गौचर मेला 2024 का भव्य शुभारंभ, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा विभिन्न विकास परियोजनाओं की घोषणाएं। सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद, और पर्यटन को बढ़ावा देते यह मेला राज्य की परंपरा और उद्योग का प्रमुख प्रतीक है।
मुख्य बिंदु
Toggleउत्तराखंड के चमोली जिले में आयोजित 72वां गौचर मेला 2024 राज्य की सांस्कृतिक और आर्थिक धरोहर का एक अनूठा प्रतीक है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मेले का भव्य शुभारंभ करते हुए विभिन्न विकास योजनाओं की शुरुआत की। इन योजनाओं में उप संभागीय परिवहन कार्यालय का लोकार्पण, मोटर मार्गों का विस्तार, और स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ाने की योजनाएं शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने मेले को न केवल सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण बताया, बल्कि इसे व्यापारिक गतिविधियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण मंच करार दिया। मेले में पारंपरिक पहाड़ी संस्कृति का प्रदर्शन, बच्चों की कला प्रतियोगिताएं, और लोक गायक सुशील राजश्री जैसे कलाकारों की प्रस्तुतियां इसे और भी खास बनाती हैं।
विकास कार्य और योजनाएं
मुख्यमंत्री ने मेले के दौरान चमोली जिले में 4.93 करोड़ की लागत से बने उप संभागीय परिवहन कार्यालय का लोकार्पण किया। इसके साथ ही, पोखरी में रानौ-सिमखोली मोटर मार्ग और अन्य सड़कों के निर्माण की घोषणा की। पहाड़ों से पलायन रोकने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए फिल्म और वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में उत्तराखंड की पहचान स्थापित की जा रही है।
स्थानीय उद्योग और संस्कृति को बढ़ावा
गौचर मेला न केवल मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए जाना जाता है, बल्कि यह स्थानीय उत्पादों और व्यवसायों को प्रोत्साहित करने का भी एक माध्यम है। ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसे अभियानों के तहत स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
पर्यटन और रोजगार
उत्तराखंड को पर्यटन और निवेश के लिए एक प्रमुख स्थान बनाने के प्रयास में हेली सेवा की शुरुआत की गई है। यह न केवल पर्यटन को प्रोत्साहित करेगी बल्कि आपदा के समय भी उपयोगी साबित होगी।
सांस्कृतिक और खेल गतिविधियां
गौचर मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं। स्कूली बच्चों की प्रभात फेरी, नेहरू चित्रकला प्रतियोगिता, और वॉलीबॉल जैसे कार्यक्रम स्थानीय प्रतिभाओं को मंच प्रदान करते हैं।
सम्मान और सराहना
मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ पत्रकार क्रांति भट्ट और श्री गुरु राम राय एजुकेशन मिशन को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया। यह मेले के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गौचर मेला राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत रखने और पर्यटन, उद्योग, तथा स्थानीय विकास को प्रोत्साहित करने का एक प्रमुख माध्यम है। यह मेला हर वर्ग के लोगों को एक साथ लाने और समृद्ध परंपराओं को संरक्षित करने का प्रयास करता है।
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