मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में लैंड जिहाद, थूक जिहाद और धर्मांतरण जैसी गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने राज्य की संस्कृति को सुरक्षित रखने और गलत काम करने वालों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
मुख्य बिंदु
Toggleमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कहा कि उत्तराखंड, जिसे देवभूमि कहा जाता है, में धर्मांतरण, लैंड जिहाद और थूक जिहाद जैसी गतिविधियों की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने जनता से अपील की कि समाज में फैल रही इन बुराइयों को रोकने में मदद करें।
उन्होंने उधम सिंह नगर जिले के किच्छा में एक समारोह में बताया कि उत्तराखंड में सभी लोग शांति और भाईचारे के साथ रहते हैं, लेकिन कुछ लोग राज्य के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समाज के जागरूक लोगों को इन गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए आगे आना होगा।
राज्य की संस्कृति को बचाने का संकल्प
धामी ने बताया कि राज्य के मेले और त्योहार हमारी सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा हैं, जो हमें हमारी परंपराओं से जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इन परंपराओं और लोक कला के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास कर रही है, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी हमारी समृद्ध विरासत से जुड़ी रहें।
उन्होंने एक घटना का जिक्र किया जिसमें उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में नौशाद अली और हसन अली नाम के दो लोगों को कथित तौर पर ग्राहकों को परोसे जाने वाले चाय के बर्तन में थूकते हुए पकड़ा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
यूनिफॉर्म सिविल कोड और अन्य कड़े कानून
सीएम धामी ने बताया कि सरकार कई अहम कानून लागू कर रही है, जैसे एंटी-कॉपीिंग कानून और एंटी-रायट कानून। इसके अलावा, सरकार राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) भी जल्द ही लागू करेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने इस दिशा में सरकार को समर्थन दिया है, और इसे जल्द ही लागू किया जाएगा। धामी ने भरोसा जताया कि यह कानून राज्य में सामाजिक समानता और एकता को मजबूत करेगा।
मुख्यमंत्री का स्पष्ट संदेश
- उत्तराखंड में धर्मांतरण, लैंड जिहाद और थूक जिहाद की कोई जगह नहीं है।
- राज्य की संस्कृति और परंपराओं की रक्षा करना प्राथमिकता है।
- कानून तोड़ने वालों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
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