कांग्रेस ने केदारनाथ उपचुनाव के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं और पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। ये पर्यवेक्षक जनता और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे, जिसके आधार पर प्रत्याशी का चयन किया जाएगा। रिपोर्ट 16 अक्टूबर तक तैयार होने की उम्मीद है।
मुख्य बिंदु
Toggleउपचुनाव की तैयारी:
- उत्तराखंड के केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन कांग्रेस ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।
पर्यवेक्षक नियुक्ति:
- उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी और झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र जाती को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
- इनका काम स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर प्रत्याशियों का पैनल तैयार करना है।
प्रत्याशी चयन प्रक्रिया:
- कांग्रेस ने दो चरणों में सर्वेक्षण आयोजित किए हैं।
- 16 या 17 अक्टूबर तक फीडबैक और सर्वे रिपोर्ट पूरी होने की उम्मीद है, जिसके बाद पैनल केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा।
- अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा।
कांग्रेस की हाल की जीत:
- कांग्रेस ने हाल ही में बद्रीनाथ और मंगलौर सीटों पर जीत हासिल की है, जिससे पार्टी का आत्मविश्वास बढ़ा है।
- कांग्रेस को उम्मीद है कि भाजपा सरकार के प्रति जनता की नाराजगी का फायदा उसे केदारनाथ उपचुनाव में मिलेगा।
राजनीतिक महत्व:
- यह उपचुनाव केवल केदारनाथ के लिए नहीं, बल्कि राज्य की राजनीति के भविष्य के लिए भी अहम साबित होगा।
- कांग्रेस और भाजपा दोनों इस चुनाव में कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार हैं।
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