भारतीय वायुसेना (IAF) ने उत्तराखंड के चौखंबा-3 शिखर के पास तीन दिन से फंसे अमेरिकी और ब्रिटिश महिला पर्वतारोहियों को सुरक्षित निकाला। यह बचाव अभियान भारतीय वायुसेना, SDRF और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की संयुक्त कोशिश से सफल हुआ।
उत्तराखंड के चौखंबा-3 शिखर पर फंसीं दो विदेशी महिला पर्वतारोहियों को भारतीय वायुसेना (IAF) ने तीन दिनों की तलाश के बाद सफलतापूर्वक बचा लिया है। अमेरिकी नागरिक मिशेल थेरेसा द्वोराक और ब्रिटिश नागरिक फे जेन मैनर्स इस अभियान का हिस्सा थीं, जो अपने भोजन और आवश्यक पर्वतारोहण उपकरणों को खो देने के बाद 6,015 मीटर की ऊंचाई पर फंस गईं थीं।
यह घटना चमोली जिले में हुई थी, जब दोनों पर्वतारोही चौखंबा III शिखर तक पहुंचने का प्रयास कर रही थीं। IAF के हेलीकॉप्टरों ने शुक्रवार से उनकी खोज शुरू की थी, लेकिन खराब मौसम और कुहासे के कारण अभियान में कई कठिनाइयां आईं। शनिवार को पर्वतारोहण विशेषज्ञों की एक टीम को 4,900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बेस कैंप में भेजा गया, और ग्राउंड ऑपरेशन भी शुरू किया गया।

रविवार सुबह, SDRF और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से IAF ने इन पर्वतारोहियों को सुरक्षित निकाल लिया और उन्हें जोशीमठ ले जाया गया। दोनों पर्वतारोही सुरक्षित हैं और उन्हें प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की गई है।

चौखंबा-3 शिखर गढ़वाल हिमालय में स्थित एक महत्वपूर्ण पर्वत है, जो अपनी चार चोटियों के लिए प्रसिद्ध है। सबसे ऊंची चोटी 7,138 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जबकि अन्य तीन चोटियों की ऊंचाई क्रमशः 7,088 मीटर, 6,995 मीटर, और 6,854 मीटर है। इस इलाके में पर्वतारोहण बेहद चुनौतीपूर्ण माना जाता है, और हर साल कई पर्वतारोही यहां अभियान पर आते हैं।
इस घटना से पहले भी कई पर्वतारोही और ट्रेकर्स उत्तराखंड की ऊंचाईयों में खराब मौसम और खतरनाक परिस्थितियों के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।
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